Protein: क्या कभी आपने सोचा है प्रोटीन से लाभ और नुकसान हो सकते हैं
प्रोटीन का मुख्य कार्य शरीर की मरम्मत करना और निर्माण करना होता है। आवश्यकता की कुल कैलोरी 20 से 35 प्रतिशत प्रोटीन से आनी चाहिए। फिर भी प्रतिदिन प्रोटीन की कितनी मात्रा लेनी चाहिए यह व्यक्ति की उम्र, वजन और उसके रोज के कार्य पर निर्भर करता है। 1 ग्राम प्रोटीन में 4 कैलोरी होती है। अगर कोई प्रतिदिन 2000 कैलोरी का सेवन करता है तो उसमें से 600 कैलोरी प्रोटीन से आनी चाहिए।
वैसे तो प्रोटीन सेहत के लिए बेहद आवश्यक तत्व है लेकिन कई बार प्रोटीन की अनावश्यक खुराक शरीर को नुकसान भी पहुंचाती है। कुछ लोग तो प्रोटीन के प्राकृतिक स्त्रोतों को अनदेखा करके दवाइयों और अन्य आर्टिफिशियल तत्वों से प्रोटीन की कमी को पूरा करने में लगे रहते हैं।
वैसे तो प्रोटीन सेहत के लिए बेहद आवश्यक तत्व है लेकिन कई बार प्रोटीन की अनावश्यक खुराक शरीर को नुकसान भी पहुंचाती है। कुछ लोग तो प्रोटीन के प्राकृतिक स्त्रोतों को अनदेखा करके दवाइयों और अन्य आर्टिफिशियल तत्वों से प्रोटीन की कमी को पूरा करने में लगे रहते हैं।
(Main Sources) प्रोटीन के स्त्रोत
Protein प्रोटीन खाद्य पदार्थों में बड़ी संख्या में मिलता है जैसे कि अंडा, मीट, मछली, सोयाबीन, दूध तथा दूध से बने उत्पाद आदि। साबुत अनाज और दालों में भी प्रोटीन होता है। राजमा, मूंग, अरहर दाल, काजू, बादाम, कद्दू के बीज, सीसम आदि में भी उच्च मात्रा में प्रोटीन होता है। आइए जानें प्रोटीन के फायदे और नुकसान(Benefits of Protein) प्रोटीन के फायदे
- तनाव को कम करता है।
- मांसपेशियां मजबूत होती हैं।
- भूख को नियंत्रित रखता है।
- ऊतकों की मरम्मत होती है।
- शरीर की कार्यप्रणाली को दुरूस्त रखता है।
- वजन कम करने में सहायक।
- रोग प्रतिरोधक क्षमता शक्तिशाली होती है।
- प्रोटीन से बाल, नाखुन, त्वचा, मांसपेशी, हड्डी और रक्तकोशिका बनती हैं।
- शरीर में पाए जाने वाले रसायनों, जैसे कि हार्मोन, न्यूरोट्रांसमीटर और एंजाइम में भी प्रोटीन है।
- बालों और त्वचा को स्वस्थ और चमकदार बनाता है।
- हड्डियों, लिंगामेंट्स और दूसरे संयोजी ऊतकों को स्वस्थ रखने में सहायक।
(Disadvantage of Protein) प्रोटीन के नुकसान
- मूत्र में पीएच बैलेंस का बिगड़ना।
- किडनी से संबंधित रोग।
- किडनी की पथरी का खतरा।
- कुल कैलोरी का 30 प्रतिशत से अधिक सेवन नुकसानदायक।
- शरीर में कीटोन की मात्रा बढ़ जाती है जो कि एक विषैला पदार्थ है।
- प्रोटीन की मात्रा बढ़ने से कार्बोहाइड्रेट का सेवन कम हो जाता है जिससे शरीर को फाइबर कम मिलता है।
- प्रोटीन के मेटाबॉलिज्म से निकलने वाले व्यर्थ पदार्थों को शरीर से बाहर निकालने में शरीर को परेशानी होती है।
- अत्यधिक प्रोटीन से शरीर में कोलेस्ट्रॉल का स्तर बढ़ जाता है, जिससे हृदय रोग, स्ट्रोक और कैंसर हो सकता है।